उपयोगी बनेगी गन्ने की खोई, बनेंगे यह उपकरण

Aug 5, 2025 - 22:08
 0  0
उपयोगी बनेगी गन्ने की खोई, बनेंगे यह उपकरण

खेतों में बेकार पड़ी गन्ने की खोई को उपयोगी बनाने के लिए इंजीनियरों की एक टीम ने एक ऐसी देसी तकनीक विकसित की है, जो देश की रक्षा, निर्माण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने में सहायक सिद्ध होगी। यह कारनामा कर दिखाया है। आईआईटी कानपुर के मैकेनिकल इंजीनियर आकाश पांडे और उनकी टीक के सदस्यों अंकिता, अविनाश, आदित्य और अमित ने। 

   आकाश और उनकी टीम का दावा है कि उन्होंने एक सरल लेकिन प्रभावशाली प्रक्रिया तैयार की है। जिसमें वे गन्ने की खोई को सुखाकर उसका पाउडर बनाते हैं और फिर एक विशेष रासायनिक प्रक्रिया के माध्यम से उसे उच्च-गुणवत्ता वाले 2D नैनोमैटेरियल ग्रेफिन में बदल देते हैं। इस प्रक्रिया से 1 किलो खोई से लगभग 300 ग्राम ग्रेफिन तैयार होता है। 

  उनका कहना है कि यह निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूती और किफायत का संगम, जब इस ग्रेफिन को सीमेंट में मिलाया जाता है तो यह कंक्रीट की मजबूती को 1.5 गुना तक बढ़ा देता है और सीमेंट की खपत 25% तक कम कर देता है। टीम ने एक जियोपॉलीमर कॉम्पोजिट ईंट भी बनाई है, जो पारंपरिक ईंटों से 15% अधिक मजबूत है और इसमें सीमेंट भी कम लगता है। इसके प्रयोग से निर्माण आने वाली लागत में भी कमी आएगी, इसके अलावा यह तकनीक देश की रक्षा क्षेत्र को एक बड़ी बढ़त दिल सकती है और हमारे सैनिकों के लिए यह सुरक्षा कवच का काम कर सकती है। उनका कहना है कि हल्के, मजबूत ग्रेफिन आधारित मटेरियल से बने ड्रोन और वाहनों की बॉडी 25 फीसदी तक अधिक मजबूत होगी साथ इसका वजन भी हल्का होगा। इसी ग्रेफिन से बने हेलमेट और जैकेट 15 प्रतिशत तक अधिक मजबूत पाए गए हैं। आकाश का कहना है कि ग्रेफिन में चाही पैकेजिंग क्षमताए होती हैं। इसके उपयोग से जल्दी खराब होने वाले उत्पादों की शेल्फ लाइफ को बढ़ाया जा सकता है। बड़ी बात यह है इस खोज की विश्वसनीयता को भारत सरकार की एमएसएमई लब और दिल्ली की श्रीराम लैब में प्रमाणित किया गया है। परीक्षण में इसके गुण बेहतर पाए गए हैं। जो इसके औद्योगिक उद्योग के लिए बहुत उपयोगी है।

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0
Awadhi Kisan A Former Magazine