इन्क्यूबेशन सेंटर के स्थापित होने से खाद्य नवाचार का केंद्र बनेगा पटना

राज्य में सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमिता को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (बासु) व पटना के संजय गांधी दुग्ध प्रौद्योगिकी संस्थान में राज्य का दूसरा आताधुनिक इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसको लेकर बासु और उद्योग विभाग के मध्य समझौता किया गया है। लगभग 222.55 लाख रुपये की लागत से बनने वाला यह इन्क्यूबेशन सेंटर का मार्च, 2026 तक तैयार होने की संभावना है।
उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि इस सेंटर के माध्यम स्वयं-सहायता समूहों, कृषक उत्पादक संगठनों, सहकारी समितियों, सूक्ष्म उद्यमों और स्टार्टअप्स को कृषि उपज को मूल्यवर्धित उत्पादों में बदलने का अवसर मिलेगा। यह परियोजना बिहार के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को नई दिशा प्रदान में अहम भूमिका निभाएगी। सेंटर का संचालन एक चयनित एजेंसी द्वारा कस्टम हायरिंग मॉडल के तहत किया जाएगा।
इन्क्यूबेशन सेंटर में प्रस्तावित हां चार प्रसंस्करण
संजय गांधी दुग्ध प्रौद्योगिकी संस्थान परिसर में स्थापित होने वाला यह इन्क्यूबेशन सेंटर प्रतिवर्ष 150 मीट्रिक टन खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित उत्पादों का उत्पादन करेगा। इन्क्यूबेशन सेंटर में प्रमुख चार प्रसंस्करण प्रस्तावित हैं, जिनमें सब्जियों का प्राथमिक प्रसंस्करण और कोल्ड स्टोरेज, आलू चिप्स निर्माण, अचार निर्माण, और टमाटर केचप और प्यूरी का निर्माण शामिल है।
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