प्राकृतिक और जैविक मंडी की होगी स्थापना, किसानों को मिलेंगे 20 हजार रुपए

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और किसानों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 5 जून को कई घोषणाएं की है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में विश्व पर्यावरण दिवस के पर आयोजित प्राकृतिक खेती सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम में प्राकृतिक खेती और जैविक खेती से उत्पादित उत्पादों के लिए प्राकृतिक तथा जैविक मंडी की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा फल व सब्जियों के लिए हिसार में प्राकृतिक खेती तथा जैविक मंडी की स्थापना की जाएगी। साथ ही प्राकृतिक और जैविक खेती के उपज के उचित मूल्य निर्धारण के लिए हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण के तहत एक समिति का गठन किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने प्राकृतिक खेती से प्राप्त उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग के लिए प्रति किसान 20 हजार रुपये दिए जाने की भी घोषणा की। कहा कि उपज की जांच के लिए प्रयोगशालाएं भी स्थापित की जाएंगी। जिसमें फसलों की निःशुल्क जांच हो सकेगी।
सीएम ने कहा कि सरकारी और पंचायती जमीन पर जो भी किसान प्राकृतिक खेती करेगा, उन किसानों को भी प्राकृतिक खेती योजना के तहत वित्तीय प्रोत्साहन के रूप में कच्चे माल के भंडारण और संस्करण के लिये चार ड्रम की खरीद के लिए 3 हजार रुपये प्रति किसान दिया जाएगा। एक देसी गाय की खरीद पर 30 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2022 में प्राकृतिक खेती योजना का शुभारंभ किया गया और इसमें लगभग 97 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया और इसे हर वर्ष लगातार बढ़ाया जा रहा है।
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