दूध उत्पादन के मामले में आगे है यह भैंस, जानिए इनकी खासियत

खेती और पशुपालन का व्यवसाय करने वाले लोगों लाभ नहीं मिल रहा है तो अब उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्हें व्यवसाय बदलने की जरूरत नहीं है बल्कि उसका तरीका बदलने की आवश्यकता है। जी हां, उन्हें बस यह करना है वह पारंपरिक तरीके की बजाय आधुनिक तरीका अपनाएं तो उन्हें जरूर ही लाभ मिलेगा।
बात हो रही है एक ऐसी नस्ल की भैंस की जो दूध उत्पादन के मामले में सबसे आगे है। इसे मुर्रा नस्ल की भैंस के नाम से जाना जाता है, जो देशभर में काफी लोकप्रिय मानी जाती है। यह भैंस उचित देखभाल और साफ सफाई से रखी जाए तो यह अकेले ही दिन में 20 लीटर तक दूध दे सकती है, जो अन्य नस्लों के मुकाबले अधिक है।इसके लिए इन्हें आहार में हारे चारे के साथ सूखा चारा व भूसा साथ ही कम से कम दो किलो अनाज किसी न किसी रूप में खिलाना जरूरी होता है।
कैसे करें इनकी पहचान
इन नस्लों की सबसे बड़ी खासियत यह हे कि इनका रंग गहरा काला होता है जबकि इनकी सींग छोटी और मुड़ी हुई होती है। मुर्रा नस्ल की भैंस की पूंछ लंबी और घनी जबकि थन बड़े और उभरे होते हैं। इनकी आंख काली और चमकदार होती है। इनका वजन 350-700 किग्रा. और नर का 400-800 किग्रा. होता है।
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