Uttar Pradesh : प्रदेश में यूरिया की कमी नहीं, अब तक 17.88 लाख एमटी यूरिया का हो चुका वितरण : जेपीएस राठौर

- सहकारिता मंत्री ने विभागीय अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
फसलों की बुआई के लिए यूरिया, डीएपी सहित अन्य खादों की अनुपलब्धता को लेकर आ रही शिकायतों को लेकर सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने 19 जुलाई को अधिकारियों के साथ उर्वरक वितरण की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने साफ कहा कि 19 जुलाई तक 11.95 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है, इसमें सहकारी क्षेत्रों के पास 2.65 लाख मीट्रिक टन जबकि निजी क्षेत्रों के पास 9.29 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है।
मंत्री जेपीएस राठौर ने बताया कि किसानों को खाद बीज दिलाने के लिए 10 - 10 लाख की ब्याज मुक्त कैश क्रेडिट लिमिट उपलब्ध कराई गई है, हालांकि जरूरत पड़ने पर इसे बढ़ाकर 15 लाख तक कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए लगभग सात हजार प्राथमिक सहकारी समितियों को 10 - 10 लाख की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराकर उन्हें सक्रिय किया गया है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि इफको और कृभको के साथ ही निजी उर्वरक प्रदाय कर्ताओं से भी 40 प्रतिशत उर्वरक प्राप्त कर समितियों को उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे समितियों पर उर्वरक का वितरण किया जा सके।
उनका कहना है कि पूरे प्रदेश में सात हजार सहकारी समितियों के जरिए किसानों को उर्वरक का वितरण कराया जा रहा है। जबकि पिछले वर्ष मानसून अवधि में सहकारी व क्षेत्रों को मिलाकर कुल 14.24 लाख एमटी यूरिया का वितरण हुआ था। इस वर्ष अब तक 17.88 लाख एमटी यूरिया का वितरण किया जा चुका है। प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है।
किसानों का तैयार किया जाए डिजिटल डेटा
किसानों खाद - बीज लेने के साथ ही उपज की बिक्री करने में सहूलियत मिले इसके लिए सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने उनका डिजिटल डेटा तैयार करने के निर्देश दिए है। इसमें किसानों का नाम, पता, खसरा -खतौनी, आधार व मोबाइल नंबर के साथ अन्य जरूरी दस्तावेजों के साथ विवरण तैयार कराया जाए। उन्होंने ओवर रेटिंग की समस्या को दूर करने के लिए उन्होंने भविष्य में क्यूआर कोड के माध्यम से डिजिटल पेमेंट की सुविधा सभी समितियों पर जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी।
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