गिरदावरी का काम करना अब युवाओं के लिए भी हुआ आसान , डिजिटल फसल सर्वे के लिए दिया जा रहा है प्रशिक्षण

फसलों की त्रुटिरहित गिरदावरी के लिए सरकार द्वारा एग्रीस्टैक परियोजना के तहत डिजिटल फसल सर्वेक्षण का काम किया जा रहा है। एग्रीस्टैक योजना के तहत ग्राम के शिक्षित युवाओं को भी सर्वेयर के रूप में जोड़ा जा रहा है। इच्छुक युवा अपने तहसील कार्यालय या हल्का पटवारी के पास आवेदन कर सकते हैं।
सरकार द्वारा किसानों को बहुत सारी योजनाओं का लाभ फसलों की गिरदावरी के आधार पर किया जाता है। ऐसे में किसानों को पारदर्शिता से इन योजनाओं का लाभ मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा अब फसलों की गिरदावरी डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से की जा रही है। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत डिजिटल फसल सर्वेक्षण को लेकर सरगुजा जिले में राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस पहल का उद्देश्य त्रुटिरहित फसल गिरदावरी सुनिश्चित करते हुए युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराना है।
प्रशिक्षण का पहला चरण 3 जुलाई 2025 को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित किया गया, जिसमें अधिकारियों को सैद्धांतिक जानकारी दी गई। इसके पश्चात 23 जुलाई 2025 को ग्राम सरगवां में डीसीएस (डिजिटल क्रॉप सर्वे) ऐप के माध्यम से व्यावहारिक प्रशिक्षण संपन्न हुआ। इस दौरान पटवारी, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार सहित राजस्व अमले ने खेतों में जाकर फसल सर्वेक्षण की वास्तविक प्रक्रिया का अभ्यास किया।
युवाओं से कराया जाएगा फसल सर्वेक्षण का काम
एग्रीस्टैक योजना के तहत ग्राम के शिक्षित युवाओं को भी सर्वेयर के रूप में जोड़ा जा रहा है। इच्छुक युवा अपने तहसील कार्यालय या हल्का पटवारी के पास आवेदन कर सकते हैं। प्रत्येक खसरा सर्वेक्षण पर 10 रुपये मानदेय निर्धारित किया गया है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद युवाओं को तहसील स्तर पर प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से डिजिटल फसल सर्वे की विधियां सिखाई जाएंगी।
यह डिजिटल सर्वेक्षण डीसीएस ऐप के माध्यम से रियल टाइम में किया जाएगा, जिसमें खेत की भौगोलिक स्थिति के साथ फसल की फोटो अपलोड की जाएगी। राज्य शासन द्वारा भू-नक्शों के जियो-रिफ्रेसिंग के पश्चात अब त्रुटिरहित फसल सर्वेक्षण संभव हो पाया है। इससे गिरदावरी की सटीकता बढ़ेगी और योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता आएगी।
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