Alert: अगले 24 घंटे बेहद भारी, उत्तराखंड-हिमाचल से लेकर अरुणाचल तक भारी बारिश का अलर्ट, किसान करें ये काम

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 9 अगस्त के लिए उत्तर भारत के कई राज्यों, विशेषकर पहाड़ी इलाकों में मानसून के तीव्र होने की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की संभावना है, जिसके चलते भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। मैदानी इलाकों के लिए भी अलर्ट जारी किया गया है और किसानों को फसल बचाने के लिए विशेष सलाह दी गई है।
पहाड़ी राज्यों में मौसम का रौद्र रूप
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 9 अगस्त को उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इन राज्यों में बारिश के साथ तेज गरज और बिजली चमकने की भी प्रबल आशंका है। मैदानी इलाकों की बात करें तो उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी जोरदार बारिश होने का अनुमान है। लगातार बारिश से पहाड़ी इलाकों में यात्रा करना खतरनाक हो सकता है।
बाढ़ और भूस्खलन का बढ़ा खतरा
भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए, आईएमडी ने उत्तर भारत के कई जिलों के लिए अचानक बाढ़ (फ्लैश फ्लड) का अलर्ट भी जारी किया है: उत्तराखंड के बागेश्वर, चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी जिलों में बाढ़ का निम्न से मध्यम स्तर का खतरा है। हिमाचल प्रदेश के चंबा, कुल्लू और शिमला जिलों के कुछ हिस्सों में भी बाढ़ की स्थिति बन सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, एटा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और गौतम बुद्ध नगर जैसे मैदानी जिलों में भी निचले इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है।
किसानों के लिए मौसम विभाग की सलाह
- किसानों को सलाह दी जाती है कि वे पहले से बोई गई धान, गन्ना, मक्का, दाल, मूंगफली, सोयाबीन और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी की निकासी के लिए तुरंत उचित व्यवस्था करें।
- पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों को खेतों की मेड़ें मजबूत करने की सलाह दी गई है ताकि बारिश के पानी के तेज बहाव से मिट्टी का कटाव न हो।
- फिलहाल सब्जियों की नई बुवाई या किसी भी तरह की रोपाई के काम को बारिश रुकने तक टाल देना ही उचित रहेगा।
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